स्पोर्ट्स डेस्क4 मिनट पहले
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पूर्व विश्व चैंपियन कार्लसन को जींस पहनने पर 200 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया गया है।
पांच बार के वर्ल्ड चेस चैंपियन मैग्नस कार्लसन वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज चैंपियनशिप से बाहर हो गए हैं। उन पर ड्रेस कोर्ड के उल्लंघन को लेकर अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) ने नोटिस जारी किया है और करीब 17 हजार का जुर्माना भी लगाया है।
FIDE के अनुसार नॉर्वे के शतरंज ग्रैंडमास्टर ने वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज चैंपियनशिप में ड्रेस कोर्ड का पालन करने से इनकार कर दिया था। उन्हें इस चैंपियनशिप के लिए अयोग्य भी घोषित कर दिया गया है।
टूर्नामेंट के समय चीफ आर्बिटर ने कार्लसन को अपनी ड्रेस बदलने को कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया।
सभी प्लेयर्स के लिए ड्रेस कोर्ड निर्धारित: FIDE FIDE ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर कहा, चीफ आर्बिटर ने कार्लसन को अपनी ड्रेस बदलने का अनुरोध किया, पर उन्होंने इससे इनकार कर दिया। इसलिए कार्लसन को टूर्नामेंट के नौवें राउंड के लिए नहीं जोड़ा गया है।
महासंघ ने आगे कहा कि यह निर्णय निष्पक्ष रूप से लिया गया और सभी शतरंज खिलाड़ियों पर समान रूप से लागू होता है। सभी प्लेयर एक जैसा दिखे, इसलिए ड्रेस कोर्ड निर्धारित किया जाता है।
ड्रेस कोड नियम FIDE एथलीट आयोग के सदस्यों की ओर से तैयार किया गया हैं। ये नियम सालों से लागू हैं और सभी चेस प्लेयर को टूर्नामेंट से पहले इस बारे में बताया जाता है।
कार्लसन ने 2023 में शतरंज वर्ल्ड कप चैंपियन जीता था।
कार्लसन जींस पहनकर टूर्नामेंट में पहुंचे थे कार्लसन जींस पहनकर टूर्नामेंट में पहुंचे थे। उन्होंने पहले ही ड्रेस कोर्ड पहनने से इनकार कर दिया था। उन पर 200 अमेरिकी डॉलर (करीब 17 हजार रुपए ) का जुर्माना लगाया गया है। मैग्नस कार्लसन 2011 से वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर वन पर काबिज हैं।
कार्लसन पांच बार के क्लासिकल शतरंज चैंपियन, पांच बार के वर्ल्ड रैपिड चैंपियन, सात बार के वर्ल्ड ब्लिट्ज चैंपियन और छह बार के नॉर्वे शतरंज चैंपियन है।
रूसी शतरंज खिलाड़ी पर भी लगाया गया जुर्माना इससे पहले रूसी शतरंज ग्रैंडमास्टर इयान नेपोमनियाचची पर भी स्पोर्ट्स शूज पहनकर ड्रेस कोड का उल्लंघन करने के लिए जुर्माना लगाया गया था। हालांकि, नेपोमनियाचची ने इसका पालन किया और बाद में निर्धारित पोशाक पहनकर आए।
रूसी शतरंज ग्रैंडमास्टर इयान नेपोमनियाचची पर स्पोर्ट्स शूज पहनकर टूर्नामेंट में आने का आरोप लगा था।